सरदार पटेल पर कविता 2021 Poem On Sardar Vallabhbhai Patel in Hindi

 सरदार पटेल पर कविता 2021|  Poem-On-Sardar-Vallabhbhai-Patel-in-Hindi- सरदार वल्लभभाई पटेल जिन्हें हम लौहपुरुष के नाम से जानते है. आज हम सरदार पटेल की जयंती के अवसर पर कविताए लेकर आए है.

सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म 31 अक्टुम्बर को गुजरात में हुआ था. इस पर्व को हर साल राष्ट्रीय एकता दिवस तथा सरदार पटेल जयंती के रूप में मनाते है. आज के  अवसर पर हम सुन्दर कविताए लेकर आए है

सरदार पटेल पर कविता 2021 Poem On Sardar Vallabhbhai Patel in Hindi

लोह पुरुष की ऐसी छवि

ना देखी, ना सोची कभी

आवाज में सिंह सी दहाड़ थी

ह्रदय में कोमलता की पुकार थी

एकता का स्वरूप जो इसने रचा

देश का मानचित्र पल भर में बदला

गरीबो का सरदार था वो

दुश्मनों के लिए लोहा था वो

आंधी की तरह बहता गया

ज्वालामुखी सा धधकता गया

बनकर गाँधी का अहिंसा का शस्त्र

महकता गया विश्व में जैसे कोई ब्रहास्त्र

इतिहास के गलियारे खोजते हैं जिसे

ऐसे सरदार पटेल अब ना मिलते पुरे विश्व में

देश भक्ति थी जिसके रग में.

सबल बने, भारत इस जग में.

एकीकरण के स्वप्न को जिसने.

यथार्थ में बदल दिया, भुजबल से.

भारत के सरदार देश के लाल

शत- शत नमन तुम्हे है !!

नडियाद के वीर, भारतरत्न.

बारडोली सत्याग्रह के सरदार.

जिसके समक्ष हरा निज़ाम.

जिसके समक्ष हरा निज़ाम.

आताताइयों का झूठा स्वाभिमान.

भारत के सरदार देश के लाल

शत- शत नमन तुम्हे है !!

कर्मवीर, धर्मवीर, कूटनीति.

निर्भीक,सरल, सहेज वेशभूषा.

दूरदर्शिता, मानवता के हिमायती.

अहिंसा,क्रांति, आज़ादी के सेनानी.

भारत के सरदार देश के लाल

शत- शत नमन तुम्हे है !!

Poem On Sardar Vallabhbhai Patel in Hindi 2021

खुशबू से जिसकी महका सारा हिन्दुस्तान वो थे

वल्लभ भाई पटेल भारत की शान।

प्रतिभाशाली, व्यक्तित्व के धनी थे

सरदार भारत की आजादी के नायक थे महान।।

आजादी के बाद बिखरी रियासतों का किया एकीकरण,

लौह पुरुष कहलाये।

स्वाध्याय से प्रांरभिक शिक्षा ली

फिर लंदन जाकर बैरिस्टर की पढ़ाई में प्रथम आये।।

बारडोली सत्याग्रह की सफलता के बाद

सरदार की उपाधि वहां की महिलाओं ने दी दुश्मनों के लिए लौह पुरुष थे

सरदार पटेल इनको मरणोपरांत भारत रत्न की उपाधि दी।।

हृदय कोमल,आवाज में सिंह सी दहाड़ थी

भारतीय राजनीति के प्रखण्ड विद्वान थे।।

शत् शत् नमन ऐसे महान व्यक्ति को

वे भारत की आन बान और शान थे।। - उषा अग्रवाल

सरदार पटेल पर कविता 2021

लोह पुरुष की ऐसी छवि

ना देखी, ना सोची कभी

आवाज में सिंह सी दहाड़ थी

ह्रदय में कोमलता की पुकार थी 

एकता का स्वरूप जो इसने रचा

देश का मानचित्र पल भर में बदला

गरीबो का सरदार था वो

दुश्मनों के लिए लोहा था वो

आंधी की तरह बहता गया

ज्वालामुखी सा धधकता गया

बनकर गाँधी का अहिंसा का शस्त्र

महकता गया विश्व में जैसे कोई ब्रहास्त्र

इतिहास के गलियारे खोजते हैं जिसे

ऐसे सरदार पटेल अब ना मिलते पुरे विश्व में

सरदार पटेल जयंती पर कविता 2021

वह सरदार पटेल चाहिये,

जो किसानो के हक की बात करें,

इनके दुःख-दर्द मिटाने के लिए लड़े,

जिसकी ईमानदारी और विनम्रता की बातें सब करें.

वह सरदार पटेल चाहिए,

जो अपनी आखों को क्रोध से लाल करें,

अन्याय के खिलाफ़ मजबूत हाथों से लड़े,

जिसकी आवाज से दुश्मन भी काप उठे.

वह सरदार पटेल चाहिए,

जो भारत को एकता का पाठ पढाये,

हर मजहबों को गले मिलने का सबक सिखाये,

जो हर वक्त सच के साथ खड़ा रहकर दिखाये.

वह सरदार पटेल चाहिए,

जो देश के लिए कुर्बान हो,

जिसका हृदय विशाल हो,

आने वाली पीढ़ियों के लिए मिशाल हो.

– दुनियाहैगोल

Poem On Sardar Vallabhbhai Patel jayanti in Hindi 2021

बारदोली का वो सरदार, जिसे झोपड़ी से था प्यार-

मिट्टी में जन्मा, मिट्टी के खातिर जिसने सत्याग्रह छेड़ा था-

खूब लड़ा वो जिसने गोरों को खदेड़ा था- 

एकता का वो दूत जिसने रजवाड़ों को जोड़ा था-

वीर-बलिदानी जिसने देश की खातिर वजीर-ए-आलम का पद छोड़ा था-

ज्वालामुखी सा तेज अखंडता की चट्टान था वो-

जिसने गांधी के संग राष्ट्र निर्माण का सपना देखा था-

लड़ा भी वो, मिटा भी वो, जन-जन की पहचान था वो

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